रायपुर। भूपेश सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा ED जांच के घेरे में है. जांच एजेंसी द्वारा उन्हें आज 2 जनवरी को ED दफ्तर में पेश होने का समन जारी हुआ है.
बताया जा रहा है कि अगर आज कवासी लखमा पेश नहीं होते है तो गिरफ्तारी की कार्रवाई ED टीम कर सकती है. कवासी लखमा के ED के दायरे में होने की वजह शराब घोटाला है. इस घोटाले में कई शराब कारोबारी और अफसर जेल में बंद है. जांच एजेंसी ED का दावा है कि इसमें राजनीतिक पार्टी के कई नेता भी शामिल है. जो कमिशन लेने का काम करते थे.
ED ने 2 जनवरी 2025 को X में बयान जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया.
तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप, ईडी घोटाले की प्रासंगिक अवधि के दौरान कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है. इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं.