नई दिल्ली। राष्ट्रीय अभिलेखागार समिति (एनसीए) की दो दिवसीय 48वीं बैठक 29 नवंबर 2024 को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवड़िया (एकता नगर), गुजरात में संपन्न हुई। यह दूसरा अवसर था जब एनसीए ने गुजरात में अपनी बैठक आयोजित की। इससे पहले, 7 जून 1982 को एनसीए की 32वीं बैठक गांधीनगर में आयोजित की गई थी। 48वीं बैठक का आयोजन भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार, भारत सरकार, नई दिल्ली और गुजरात राज्य अभिलेखागार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर भेजे गए एक वीडियो संदेश में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इस आयोजन के लिए गुजरात सरकार, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और गुजरात राज्य अभिलेखागार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने ऐतिहासिक अभिलेखों के संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया, जो हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं, लेकिन चूंकि ये मुख्य रूप से कागज़ और पेड़ की छाल और पत्तियों पर लिखे गए हैं, इसलिए ये ऐतिहासिक इमारतों, मूर्तियों, सिक्कों आदि की तुलना में अधिक नाजुक हैं। उन्होंने कहा कि अभिलेखों के संरक्षण के लिए विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है, जिसके लिए लगातार व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।
भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार के महानिदेशक एवं एनसीए के अध्यक्ष अरुण सिंघल ने इस अवसर का उद्घाटन किया तथा गुजरात राज्य अभिलेखागार के निदेशक डॉ. शैलेश सोलंकी ने स्वागत भाषण दिया। उद्घाटन सत्र के दौरान गुजरात राज्य अभिलेखागार का एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया गया जो अभिलेखों तक आसान पहुंच प्रदान करता है। गुजरात राज्य अभिलेखागार ने अपने संपूर्ण अभिलेखों का डिजिटलीकरण पूरा कर लिया है।
इस अवसर पर निम्नलिखित तीन पुस्तकों का भी लोकार्पण किया गया:
1. गुजरात राज्य अभिलेखागार द्वारा प्रकाशित स्वर्गीय प्रोफेसर मकरंद मेहता द्वारा लिखित द रॉयल हेरिटेज ऑफ गुजरात;
2. द डायरी ऑफ मनु गांधी: 1946-1948, संपादक प्रोफेसर त्रिदीप सुहृद द्वारा लिखित, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस द्वारा प्रकाशित, और
3. डिस्क्रिप्टिव लिस्ट ऑफ म्यूटिनी पेपर्स”, खंड 9, संपादक मुजफ्फर-ए इस्लाम द्वारा लिखित, भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार और यात्रा बुक्स द्वारा प्रकाशित।
राष्ट्रीय अभिलेखागार समिति पेशेवर अभिलेखागार विशेषज्ञों का एक अखिल भारतीय मंच है, जिसकी स्थापना 1953 में भारत सरकार द्वारा अभिलेखागार विशेषज्ञों को उनके दैनिक कार्य में आने वाली तकनीकी समस्याओं पर विचार-विमर्श और समाधान के लिए स्थापित किया गया था। समिति का नेतृत्व भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार के अभिलेखागार महानिदेशक करते हैं और इसमें सभी राज्य/संघ राज्य क्षेत्र अभिलेखागार के प्रतिनिधि शामिल होते हैं। इसकी पहली बैठक 1954 में हैदराबाद में हुई थी और यह भारत के विभिन्न शहरों में आयोजित होने वाली 48वीं बैठक होगी। एनसीए की पिछली 47वीं बैठक 18-19 मार्च 2024 को अभिलेखागार, पुरातत्व और संग्रहालय निदेशालय, जम्मू और कश्मीर के तत्वावधान में आयोजित की गई थी।